Tu kisi rail si lyrics
Tu kisi rail si guzarti hai
Tu kisi rail si guzarti hai
Main kisi pull sa.. thartharata hoon
Tu bhale ratti bhar na sunti hai
Main tera naam budbudata hoon
Kisi lambe safar ki raaton mein
Tujhe alaav sa jalaata hoon
Tu kisi rail si guzarti hai
Main kisi pull sa.. thartharata hoon
Kaath ke taale hai
Aankh pe daale hai
Unmein isharon ki chabiyaan laga (x2)
Raat jo baaqi hain
Shaam se taaki hain
Neeyat mein thodi…
Neeyat mein thodi kharabiyaan lagaa
Kharabiyaan lagaa
Main hoon paani ke bulbule jaisa
Tujhe sochun toh phoot jaata hoon
Tu kisi rail si guzarti hai
Main kisi pull sa.. thartharata hoon (x2)
Thartharata hoon…
Thartharata hoon…
Tu kisi rail si lyrics
तू किसी रेल सी गुज़रती है
तू किसी रेल सी गुज़रती है
मैं किसी पुल सा.. थरथराता हूँ
तू भले रत्ती भर ना सुनती है
मैं तेरा नाम बुदबुदाता हूँ
किसिस लम्बे सफर की रातों में
तुझे आलम सा जलाता हूँ
तू किसी रेल सी गुज़रती है
मैं किसी पुल सा.. थरथराता हूँ
काठ के ताले है
आँख पे डाले है
उनमें इशारों की चाबियां लगा
काठ के ताले है
उनमें इशारों की चाबियां लगा
रात जो बाक़ी हैं
शाम से ताकि हैं
नीयत में थोड़ी..
नीयत में थोड़ी खराबियां लगा
खराबियां लगा
मैं हूँ पानी के बुलबुले जैसा
तुझे सोचूँ तोह फूट जाता हूँ
तू किसी रेल सी गुज़रती है
मैं किसी पुल सा.. थरथराता हूँ
तू किसी रेल सी गुज़रती है
मैं किसी पुल सा.. थरथराता हूँ
थरथराता हूँ… थरथराता हूँ…
थरथराता हूँ… थरथराता हूँ.
आँख पे डाले है
0 Comments